जन्म : 26 जनवरी, 1940; ग्राम नवादा, डा. गुलावठी, जिला बुलंदशहर।
शिक्षा : एम.ए. (दिल्ली), प्रभाकर, साहित्य रत्न, साहित्याचार्य, शिक्षा शास्त्री।
कृतित्व :
- ‘गीत रसीले’
- ‘गीत सुरीले’
- ‘चहकीं चिडि़याँ’ (कविता)
- ‘अच्छे बच्चे सीधे सच्चे’
- ‘व्यवहार में निखार’
- ‘चरित्र निर्माण’
- ‘सदाचार सोपान’
- ‘पढ़ै सो ज्ञानी होय’ (नैतिक शिक्षा)
- ‘व्याकरण रचना’ (चार भाग)
- ‘ऑस्कर व्याकरण भारती’ (आठ भाग)
- ‘भाषा माधुरी प्राथमिक’ (छह भाग)
- ‘बच्चे कैसे हों?’
- ‘शिक्षक कैसे हों?’
- ‘अभिभावक कैसे हों?’ (शिक्षण साहित्य)
- ‘पढ़ैं नर-नार, मिटे अँधियार’ (गद्य)
- ‘श्रीराम नाम महिमा’
- ‘मिलन’ (खंड काव्य)
- ‘सरस्वती वंदना शतक’
- ‘हमारे विद्यालय उत्सव’
- ‘श्रेष्ठ विद्यालय गीत’
- ‘चुने हुए विद्यालय गीत’ (संपादित)
- ‘गीतमाला’
- ‘आओ, हम पढ़ें-लिखें’
- ‘गुंजन’, ‘उद्गम’
- ‘तीन सौ गीत’
- ‘कविता बोलती है’ (गीत संकलन)
सम्मान : 1996 में हिंदी अकादमी, दिल्ली द्वारा सम्मानित; 1997 में दिल्ली राज्य सरकार द्वारा सम्मानित।
संप्रति :
- ‘सेवा समर्पण’ मासिक में लेखन तथा परामर्शदाता
- राष्ट्रवादी साहित्यकार संघ (दि.प्र.) के अध्यक्ष
- संपादक ‘सविता ज्योति’।